Chandrayaan 4 mission By ISRO India Chandrayaan 4 launch date
By Just Real Info - मई 14, 2024
Chandrayaan 4 mission By ISRO India
चंद्रयान 4 मिशन इसरो इंडिया |
What is Chandrayaan 4 mission - हमारे भारत देश के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) के द्वारा चंद्रयान 3 सफलता के पश्चात अपने नए मिशन चंद्रयान 4 पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। इस चंद्रयान 4 मिशन पिछले मिशन चंद्रयान 3 से थोड़ा अलग है । क्योंकि इस मिशन में चंद्रयान के लैंडर को चांद की सतह से पृथ्वी पर चंद्रमा से लिए गए मिट्टी, चट्टान, जैसे नमूने को सुरक्षित लाया जाएगा। और यदि यह मिशन सफल हो जाता है तो उन तमाम देशों में सम्मिलित हो जाएगा । जिन्होने यह उपलब्धि और सफलता हासिल किया है। और हमारा भारत देश विश्व का चौथा देश होगा ।
Chandrayaan 4 mission का उद्देश्य
चंद्रयान मिशन 4 का मुख्य उद्देश्य सफलतापूर्वक चांद में लैंड करना ।और चांद का परीक्षण करके पृथ्वी पर चांद के मिट्टी, खनिज और चट्टान का नमूना सुरक्षित लाना । ताकि उन नमूनों का वैज्ञानिकों द्वारा उचित परीक्षण किया जा सके ।
Chandrayaan 4 launch date - चंद्रयान 4 की लांच की तैयारी अभी इसरो द्वारा प्रगति पर है। यह अभी लांच के लिए तैयार नहीं हुआ । बताया जा रहा है कि चंद्रयान 4 का लांच का समय 2024 के बाद और 2028 से पहले किया जाएगा ।
Chandrayaan 4 landing place:- पूर्व में 23 अगस्त को चंद्रयान 3 को चांद के साउथ पोल में सफलतापूर्वक लैंड करवाया गया था । जिसे शिव शक्ति बिंदु का नाम दिया गया था । उसी प्रकार चंद्रयान 4 को भी चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव में उतारा जाएगा । जो शिव शक्ति प्वाइंट के समीप लैंडिंग करवाया जाएगा । यह मिशन चंद्रयान 3 के तकनीक का भी उपयोग करेगा ।चंद्रमा में 1 दिवस यानी पृथ्वी के 14 दिन के बराबर रहता है । इतने समय में चंद्रयान 4 को संचालित किया जाएगा ।
ISRO planed chandrayaan 4 -
मिशन को isro द्वारा प्लान बनाया गया है । जिसमे चार देशों के स्पेस एजेंसी को शामिल किया गया है। इस मिशन में अमेरिका का Nasa , यूरोप का ESA Japan JAXA aur India ka isro द्वारा चारो देशों का स्पेस तकनीक मिला कर बनाया जाएगा । जिसमे अनेक अलग अलग तरह के तकनीक का इस्तेमाल होगा ।
इस मिशन को spadex 2024 कहा जाता है।
चंद्रयान का मॉड्यूल -
चंद्रयान 4 एक बहुत ही कठिन मिशन होगा । जिसमे चार देशों के द्वारा इसे डेवलप किया जाएगा। इस मिशन में कई अंतरिक्ष यान को शामिल किया जाएगा । और अलग अलग तरह के रॉकेटों द्वारा लॉन्च किया जायेगा। और इस चंद्रयान 4 को लांच करने के लिए PSLV एवम LVM 3 को मिशन में प्रक्षेपण वाहन के रूप में किया जाएगा । जो चंद्रयान के हिस्सो को चांद पर पहुचानें के लिए उपयोग किया जाएगा।
- propulsion module - इस प्रणोदन मॉड्यूल का उपयोग सफलता पूर्वक चांद में सफलतापूर्वक लैंडिंग करने का उपयोग किया जाएगा। जहां पर शिव शक्ति केंद्र बिंदु है । यह जगह बहुत ही ऊबड़ खाबड़ है । जो बहुत ही चुनौतीपूर्ण है।
- descending module - अवरोही मॉड्यूल का मुख्य कार्य चंद्रयान का उड़ान भरने के लिए किया जाएगा।
- ascending module - आरोही मॉड्यूल वापसी हेतु उपयोग किया जाएगा।
- transfer module - नमूने को सुरक्षित लाने के लिए बनाया गया है। जिससे कि वैज्ञानिकों के लिए चांद का सामग्री लाया जा सके । और इस नमूने का वैज्ञानिकों के द्वारा गहन अध्ययन किया जा सके।
- re-entry module - इस माड्यूल से चंद्रयान 4 को पुनः पृथ्वी पर वापस लाने के लिए तैयार किया गया है। जिससे कि वैज्ञानिकों को इस माड्यूल से बहुत बड़े उपलब्धियां हासिल हो पाएगा।
Whats benifits of chandrayaan 4 in India
- ISRO अपने विशेषज्ञता के आधार पर दूसरे देशों को अंतरिक्ष सेवा उपलब्ध करा पाएगा । जिससे की भारत देश विदेशी मुद्रा मिलेगा । साथ ही आर्थिक स्थिति सुधारा जा सकेगा।
- चंद्रयान 4 मिशन के सफलता के बाद नए नए उद्योग का विकास और निर्माण संभव हो पाएगा । जिससे कि भारत देश में रोजगार के नए नए अवसर प्राप्त हो पाएगा।
- भारत देश के नवयुवकों को विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान में कार्य करने हेतु प्रेरणा मिलेगा। जिससे की वह भी इसरो में अपना कैरियर बना सके।
- इस मिशन के पश्चात् हमारे देश का नाम गौरवन्वित हो जायगा । और विदेशो में एक विशिष्ट पहचान मिल पाएगा।
चंद्रयान 4 मिशन की क्या विशेषता है
- इस मिशन को चार देशों के द्वारा मिलकर लांच किया जाएगा ।
- चंद्रयान 4 में मुख्य रूप से रेंडर रोवर और आर्बिटर को सम्मिलित किया जाएगा ।
- मिशन हेतु 1200 करोड़ का लागत से बनाया जाएगा।
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