भिखारी की एक ऐसी कहानी जो आपके मन में आत्मविश्वास चौगुना कर देगा। Motivational Story In Hindi

By Just Real Info - जनवरी 26, 2025

परिचय:-
मनुष्य के जीवन कई तरह के परिवर्तन आते रहते है। इस दुनिया में कई तरह के लोग रहते है। जिसके पास पर्याप्त धन संपदा है वह अपनी विलासिता की जिंदगी जीता है। लेकिन जिसके पास एक वक्त का रोटी नसीब न हो वह व्यक्ति रोजी मजदूरी करता है और अपने परिवार का भरण पोषण करता है । लेकिन इसके अलावा कोई इंसान पास कौशल, कला और पैसे न हो वह भीख मांगकर अपना जीवन यापन करता है। ये कहानी एक गरीब भिखारी का है जो कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास के दम पर स्वयं का जीवन बदल देता है। मंगलू का यह कहानी सिर्फ कहानी ही नही अपितु आत्मविश्वास और प्रेरणा से परिपूर्ण है। जो व्यक्ति कठिन परिस्थिति में हार मान लेते है । ऐसे लोगो के लिए यह कहानी आत्मविश्वास और साहस उसके जीवन में भर देगा।

मुश्किलों से भरी जिंदगी :-
मंगलू का जन्म एक शहर में हुआ था। जहां जीवन की हर जरुरते पूरा करना बहुत कठिन कार्य था। माता पिता बहुत ही गरीब थे । जब मंगलू 15 साल का था तभी से  उनकी माता पिता का निधन हो चुके थे। माता पिता के गुजर जाने के बाद मंगलू अकेला हो गया था। जीवन का पूरा जिम्मेदारी उनके कंधों में था। गरीबी के कारण वह पढ़ाई से वंचित रह गया क्योंकि यदि वह पढ़ाई करता तो दो वक्त की रोटी का कोई साधन नहीं था। वह हमेशा दो वक्त की रोटी के लिए प्रयास में रहता था। 

मंगलू का उम्र 25 वर्ष हो गया था । लेकिन उनके पास कोई काम नही था। क्योंकि वह शारीरिक रूप से भी कमजोर था । जिसके वजह से कठिन मेहनत वाला कार्य नहीं कर पाता था। इसलिए वह लोगो के घरों में जाकर भीख मांगना शुरू कर दिया। जीवन के कठिनाईयों परिस्थितियों ने भिखारी बनने पर मजबूर कर दिया था। वह रोज सुबह से शाम तक भीख मांगने में लगा रहता था। लेकिन कुछ लोग उन्हें भीख दे देते थे । तो कोई उन्हें जलील करके भगा देते थे । मंगलू ने बहुत अपमान का सामना किया । उसका जीवन पूरी तरह से अंधकारमय हो चुका था। हमेशा उनके चेहरे में उदासी छाया रहता था। लेकिन मंगलू  समाज के लोगो के बातो को नजर अंदाज कर अपना कार्य पर लगे रहते थे।

एक अजनबी जिसने बदल दिया जीवन :-
एक दिन की बात है जब मंगलू भीख मांगने के शहर के एक चौक के किनारे बैठा था। तभी एक अजनबी आदमी कार से नीचे उतर कर आया और मंगलू के हालात को देखा। और उसने कहा कि तुम्हारा बहुत कम उम्र है तो कुछ अच्छा सा काम क्यों नही कर लेते। तभी मंगलू ने जवाब दिया भाई मेरे पास पैसे नहीं है और कोई कला नही है तो मैं कैसे और क्यों सा काम करूं। तब उस आदमी ने कहा इसके अलावा आत्मविश्वास और कुछ कर गुजरने का जुनून बहुत ही जरूरी होता है। यदि आप कुछ करना चाहते हो जिंदगी में तो मैं आपको एक छोटा सा काम देता हूं। जिसे आपको निष्ठा और लगन के साथ करना होगा। 

मिला मेहनत का अवसर :-
उस अजनबी आदमी के पास बहुत बड़ा जर्नल स्टोर था। मंगलू को अपने घर आने के लिए बोला और जब मंगलू उसके घर पहुंचा तो उस अजनबी आदमी ने कहा कि मेरे दुकान के सामने एक चाय का दुकान आपको रोज लगाना है। आपका पूरा खर्चा और जरूरत के चीज़ों को मैं पूरा करूंगा । तब से मंगलू सामने में चाय स्टॉल रोज लगाता था। कुछ दिन बीतने के बाद उन्हे अच्छा से चाय बनाना आ गया था। लोगो को उनका चाय बहुत पसंद आने लगा। नए नए लोगो से बातचीत और मुलाकात करने के कारण मंगलू  का आत्मविश्वास और मजबूत हो गया। 

इसी प्रकार से वह भिखारी आदमी एक वर्ष तक लगातार चाय का दुकान लगाते रहे । ग्राहकों से नए नए बात सीखता था। अब मंगलू का आर्थिक और मानसिक स्थिति सुधर चुका था। वह टीवी में नए नए चीज़ों को देखता और समझता। ऐसे करते करते उसने बहुत ज्यादा जानकारी जुटा लिए। और उसने स्वयं कुछ करने का मन में विचार बनाया। चाय बेचने के लिए को पैसे अजनबी ने दिया था। उसका उसने उसका हिसाब किया तो उनके पास बहुत पैसे हो चुके थे ।

मंगलू का बेहतरीन प्रयास :-
मंगलू ने कमाया हुआ पैसे से 2 बड़ा बड़ा थरमस, शक्कर , चाय और जरूरत की चीज खरीदा और स्वयं चाय बनाने लगे। और थर्मस में रखकर हर दुकान, गली, बस स्टैंड वाली भीड़ वाली जगहों में अपना चाय बेचने लगे। इसी तरह से वह लगन और मेहनत से प्रयास करता रहा। लोग अब मंगलू को पहचानने लगे थे। जिससे उनका चाय का बिजनेस और तरक्की करने लगा। 

जब मंगलू के पास ज्यादा पैसे इकट्ठा हो गया तो उसने एक गाड़ी खरीदा और अपना चाय हर चौराहे, गली, गांव, दफ्तरों में पहुंचाने लगे। इसी प्रकार से वह रोज यह करता रहता था। और कुछ वर्षो बाद वह बहुत धनवान हो गया। उसने कमाए हुए पैसे से कार, घर, अच्छे कपड़े और जरूरतों के पूरा चीज खरीद लिया।  इस प्रकार से मंगलू एक गरीब भिखारी से एक अमीर आदमी बनने तक का कठिन रास्ता को पार किया।

गरीबों के लिए प्रयास :- 

मंगलू बहुत धन इकट्ठा कर लिया था। तभी उसने गरीबों की सेवा के कुछ करने का विचार बनाया। उसने बहुत बड़ा होटल बनवाया । और मुफ्त में गरीबों को खाना का सुविधा कराने लगा। इससे वहां के गरीब लोग बहुत खुश हुए और मंगलू को खूब आशीर्वाद दिए।

इस कहानी से शिक्षा :-

यह कहानी से संदेश मिलता है की जीवन रास्ता कितना मुश्किल क्यों न हो लेकिन स्वयं का आत्मविश्वास को कमजोर नहीं बनाना चाहिए। यदि मेहनत और निष्ठा से कार्य किया जाय तो हर क्षेत्र में सफलता अवश्य मिलता है। जिस प्रकार से एक भिखारी सफल इंसान बना उसी प्रकार से सभी इंसान सफल हो सकता है ।

निष्कर्ष :-
 यह कहानी मात्र मंगलू का ही नही अपितु उन समस्त लोगो के लिए है जो इस स्थिति से गुजर रहे है। जिंदगी में बार बार गिरना पड़ता है। और जब गिरने पर ठोकर लगता है तभी इंसान संभल पाता है। परेशानी और कठिनाई इंसान को और भी ज्यादा मजबूत और सशक्त बनाता है। इसलिए हर स्थिति से लड़ने की कला सीखना चाहिए। और खुद पर भरोसा रखना बहुत ही जरूरी है। 




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