Basant panchami 2025 सरस्वती वंदना एवम् बसंत पंचमी विशेष उत्सव Make Your Basant Panchami Celebration Extraordinary

By Just Real Info - जनवरी 28, 2025



हमारा हिन्दुस्तान त्यौहारों का देश माना जाता है। यहां कई प्रमुख त्यौहारों को मनाया जाता है। उन्ही में से एक त्यौहार बसंत पंचमी है। बसंत पंचमी को मां सरस्वती पूजा एवम बसंत ऋतु का आगमन है। इस वर्ष 2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी मनाया जाएगा। आज इसी के संबंध में यह लेख है। 

बसंत पंचमी का आगमन 
बसंत पंचमी को ऋतुओं का राजा कहा जाता है। बसंत पंचमी एक नई शुरुआत और उत्साह उमंग का अनुभव कराता है। बसंत पंचमी के समय हमारा प्रकृति कई अद्भुत परिवर्तन साथ लेकर आता है। इस समय शीत ऋतु का समाप्ति और बसंत का आगमन होता है। बसंत ऋतु के समय हमारा प्रकृति एक नए रंगो में रंग जाता है। पेड़ पौधे और लताओं से नए हरे भरे पत्तियां निकलने लगते है। सभी दिशाओं में हरा भरा सा माहौल बन जाता है । इस समय का मौसम ना ज्यादा गर्मी और ना ज्यादा सर्दी रहता है। इसलिए बसंत ऋतु सभी ऋतुओं में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। बसंत ऋतु मन को काफी सुखद अहसास दिलाता है। 

2025 में बसंत पंचमी का तिथि एवम मुहूर्त
बसंत ऋतु का यह त्योहार इस वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार 2 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। इस माता सरस्वती की पूजा अर्चना प्रातः काल 07: 06 बजे शुरू होकर 12: 41 मिनट में समाप्त हो जाएगा। इस पुण्य तिथि में मां सरस्वती का पूजा अर्चना जरूर करें । क्योंकि यह तिथि बहुत फलदायक है। और यह बसंत पंचमी जीवन  सकारात्मकता लाने का मुख्य अवसर है।

बसंत पंचमी क्यों मनाया जाता है। वास्तविक सच्चाई
कुछ भारतीय ग्रंथों और पौराणिक कथाओं के अनुसार जब समस्त ब्रह्माण्ड का निर्माण हुआ था। तब यह पूरा संसार एक शून्य के समान था। कोई प्राणियों में वाणी नही था। पूरा श्रृष्टि में सिर्फ शांत और मौन का माहौल था। तब भगवान ब्रह्मा ने जल लेकर पृथ्वी में छिड़का उसके पश्चात एक स्त्री प्रकट हुईं। उनके हाथों में वीणा , माला, और पुस्तक थी। तभी माता ने वीना बजाकर इस पृथ्वी को संगीतमय कर दिया। उनके इस मधुर संगीत से प्राणियों को वाणी प्राप्त हुआ। सारे पंछियां चहक उठे। पूरा संसार में चेतना का संचार हुआ। तब ब्रह्मा ने माता को सरस्वती नाम दिया । और उसे विद्या, कला, और ज्ञान की देवी कहा गया। इसी कारण इस पुण्य तिथि को बसंत पंचमी या सरस्वती पूजा के नाम से पूजा जाता है।

बसंत पंचमी का धार्मिक महत्व 
बसंत पंचमी का हमारे भारत देश में मनाए जाने वाला भव्य त्योहार है। इसी दिन से  प्रकृति अपना रूप बदलता है। और चारो तरफ खुशहाली से भर जाता है। यह दिन बहुत ही धार्मिक महत्व रखता है। इस दिन माता सरस्वती की पूजा पाठ करते है। ताकि इंसान के जीवन में ज्ञान , विद्या, अच्छे वाणी का संचार हो सके । लोग इस दिन पीले वस्त्र को धारण करते है। यह पीला रंग बसंत पंचमी का प्रतीक माना जाता है।

क्या बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा एक है ?
बसंत पंचमी और और मां सरस्वती की पूजा एक ही है। क्योंकि माता सरस्वती के जन्म दिन को ही बसंत पंचमी के रूप में माना जाता है। क्योंकि यह सब प्रकृति में वाणी और ज्ञान के कारण संभव हो पाता है। और इन सभी की रचना करने वाली मां सरस्वती है।

बसंत पंचमी के दिन क्या करे
बसंत पंचमी जीवन का एक नई शुरुवात है। इस दिन लोगो को नए वस्त्र धारण कर मां सरस्वती का पूजा पाठ करना चाहिए ताकि जीवन में सकारात्मकता आ सके । और इसके अलावा इस मांस मंदिरा का सेवन नही करना चाहिए । क्योंकि बसंत पंचमी का दिन हमारे जीवन में एक नए ऊर्जा लेकर आता है। इस दिन कोई भी पशु पक्षी या प्राणी को घात नहीं पहुंचाना चाहिए।

स्कूलों में रंग पंचमी 
हर साल भारत के सभी गांवों के स्कूलों में बसंत पंचमी को हर्षोल्लास से बच्चे मनाते है। इस दिन बच्चे तैयार होकर स्कूल जाते है। और माता सरस्वती का तस्वीर को स्थापित कर सरसो के फूल,आम का टहनी और पत्ते, नारियल, धूप गुलाल से पूजा पाठ करते है। और माता से ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद मांगते है।
बसंत पंचमी की कुछ प्रेरणादायक शुभकामनाएं
  • बसंत ऋतु की पुण्य तिथि में आपका जीवन उत्साह,  नए ऊर्जा , विद्या से परिपूर्ण हो जाए। 

  • बसंत ऋतु जिस तरह से प्रकृति में बदलाव लेकर आता है। उसी प्रकार आपका जीवन में बदलाव आए । और सफलता का सीढ़ी पार करो बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई।

  • बसंत पंचमी के इस पावन तिथि में आपका जीवन मंगलमय हो जाए । बसंत पंचमी की ढेर सारी बधाई।

  • बसंत ऋतु के आगमन से आपका जीवन सरसो फुल की तरह महक जाए।  Happy बसंत पंचमी 

  • बसंत ऋतु  के इस पुण्य तिथि में आपके जीवन में नए अनेकों सफलता का परिवर्तन लेके आए। 

निष्कर्ष 
यह बसंत पंचमी एक त्यौहार ही नही है। बल्कि हमारे देश की संस्कृति और परंपरा का अद्भुत मिलन है। इसे सभी श्रद्धा और शांति के साथ मनाना चाहिए। 
आप सभी को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं 

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