राजिम कुंभ कल्प मेला 2025: छत्तीसगढ़ का पावन संगम, आस्था और आध्यात्मिकता का महाकुंभ rajim kumbh kalp mela 2025

By Just Real Info - फ़रवरी 10, 2025

Rajim kumbh kalp mela 2025


परिचय 
मधुबन धाम से करीब 20 किलोमीटर की दूरी में राजिम नगर है। जो आस्था का बहुत बड़ा केंद्र है। जहां प्रतिवर्ष भव्य मेला का आयोजन किया जाता है। राजिम मेला कुंभ कल्प हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश का बहुत बड़ा और धार्मिक आयोजन है। राजिम कुंभ प्रतिवर्ष माघ महीने के पूर्णिमा से शुरू होकर महाशिवरात्रि के दिन तक आयोजित किया जाता है। इस पावन कुंभ कल्प मेले में हजारों लाखों श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचते है। इसके अलावा राजिम मेला नागा साधु , संत साधुओं, और अखाड़े साधुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस वर्ष यानि 2025 में यह भव्य मेला आयोजन 12 फरवरी से आरम्भ होकर 26 फरवरी को समापन किया जाएगा।

राजिम मेला कुंभ कल्प का मुख्य जानकारियां
यह मेले का आयोजन राजिम नामक जगह पर किया जाएगा। इस वर्ष मेले के स्थान में जगह का परिवर्तन किया गया। इस वर्ष समस्त मेला चयबांधा के आसपास किया जाएगा। यह राजिम नगर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के अंतर्गत आता है। कुंभ कल्प मेले में दो दिवसीय पुण्य स्नान तिथि है। पहला माघी पूर्णिमा स्नान जो 12 फरवरी 2025 को किया जाएगा एवं 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि स्नान किया जाएगा। यह स्नान विशेष महत्व रखता है। इस दिन राजिम मेला में लाखों श्रद्धालु स्नान हेतु पहुंचते है।

राजिम मेला कुंभ कल्प में प्रमुख प्रसिद्ध स्थल 
राजीव लोचन मंदिर - यह राजिम का प्रमुख और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर का निर्माण लगभग 8 वीं 9वीं शताब्दी में निर्माण किया गया था।  यह अद्भुत मंदिर में लाखों श्रद्धालु अपना मनोकामना पूर्ण करने व पूजा पाठ के लिए पहुंचते है। यह मंदिर प्राचीन होने के साथ साथ इनका निर्माण कला अतिअदभुत है। राजिम कुंभ मेले के दौरान इस मंदिर को विशेष रूप से सजावट किया जाता है। 

कुलेश्वर महादेव का मंदिर - यह भगवान शिव का कुलेश्वर महादेव का मंदिर त्रिवेणी संगम नदियों के बीचों बीच स्थित है। जो तीनों नदियों के बाढ़ आने के बाद भी कभी नहीं डूबता है। कुलेश्वर मंदिर का निर्माण कल्चुरी वंश के राजा के समय लगभग आठवीं - नवमी शताब्दी में किया गया था। यह मंदिर की खास विशेषता है कि यह स्वयं भू है । जो जमीन से निकला हुआ शिवलिंग है। राजिम के स्थानीय लोगों का कहना है कि यह शिवलिंग जलमग्न होने के बावजूद भी अखण्ड रूप में पूजा जाता है। इस मंदिर में लोग अपना मनोकामना पूर्ण करने , पूजा पाठ, विवाह, इत्यादि हेतु पहुंचते है। 

सावन झूला - इसे लोग लक्ष्मण झूला के नाम से जानते है। यह राजिम में देखने योग्य है। जो अत्यधिक सौंदर्य और खूबसूरत से निर्माण किया गया है। यह लक्ष्मण झूला लोमस ऋषि आश्रम से लेकर कुलेश्वर महादेव मंदिर तक निर्माण किया गया है। जहां से महादेव मंदिर का अदभुत नजारा देखा जा सकता है। यह ब्रिज लगभग 33.11 करोड़ की लागत के साथ 610 मीटर की लंबाई और 3.25 मीटर की चौड़ाई पर बनाया गया है। यह लक्ष्मण झूला में रात्रिकालीन हेतु led लाईट लगाया गया है। जो रात में देखने पर बहुत अच्छा लगता है । 

त्रिवेणी संगम - तीन नदियों का संगम स्थल जहां पर पैरी, सोडुर और महानदी का अदभुत संगम स्थल है। इस स्थान पर स्नान करना काफी शुभ माना गया है। इसी वजह से इस त्रिवेणी संगम को छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहा गया है। 

राजिम मेला कुंभ कल्प में प्रमुख आयोजन
प्रतिवर्ष भव्य मेला में कार्यक्रम स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । जिसमें छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लोकगीत, नृत्य , राउत नाचा इत्यादि का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा रात्रि कालीन में बॉलीवुड से लेकर छालीवुड के महान सितारा , सिंगर , अभिनेता, अभिनेत्रियों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत कर कार्यक्रम स्थल को अपने कलाओं से सुसज्जित करते है। दिन में साधु संतों द्वारा प्रवचन एवं अन्य कई धार्मिक अनुष्ठान भी आयोजित किए जाते है।

राजिम कुंभ मेले में कैसे पहुंचे और कहा ठहरे
राजिम में प्रशासन द्वारा विशेष ठहरने का प्रबंध किया जाता है । जिसमें धर्मशाला , टेंट , और शिविर बनाया जाता है। जहां पर श्रद्धालु ठहर कर विश्राम कर सकते है। राजिम में बस रिक्शा से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह राजिम स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे से लगभग 46 km की दूरी पर स्थित है जो कि आसानी से पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा रेल मार्ग से रायपुर जंक्शन 45 km की दूरी पर है। मगरलोड से लगभग 30 km जहां बाइक साधनों से भी पहुंचा जा सकता है।

निष्कर्ष 
राजिम कुंभ सिर्फ एक मेला ही नहीं बल्कि धार्मिक आस्था का भी केंद्र है। इस मेला में भक्ति , श्रद्धा , और संस्कृति का अदभुत मिलन है । आप भी इस राजिम कुंभ कल्प मेले में पहुंचे और भगवान कुलेश्वर महादेव का कृपा प्राप्त करे।




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