राजिम मेला कुंभ कल्प 2025: एक आध्यात्मिक यात्रा जहां आपको जरूर पहुंचना चाहिए।
राजिम मेला कुंभ कल्प 2025: एक आध्यात्मिक यात्रा जहां आपको जरूर पहुंचना चाहिए।
परिचय - क्या आप सभी ने यह कल्पना किया है कि हजारों, लाखों श्रद्धालुओं के मध्य खड़े होकर पवित्र नदियां त्रिवेणी संगम तट पर स्नान करने का अहसास कैसे होता होगा ? राजिम मेला कुंभ कल्प 2025 में आप सभी का हार्दिक स्वागत हैं। राजिम कुंभ कल्प मेला एक ऐसा आध्यात्मिक पर्व जो संपूर्ण जीवन आस्था और भक्ति का अनुभव कराता है। यह त्यौहार सिर्फ आयोजन ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत है। राजिम का मेला इतना ख़ास क्यों है ? चलिए इसके बारे में पूर्ण रूप से समझते है।
राजिम मेला कुंभ कल्प क्या है ?
आध्यात्मिक महत्व
राजिम मेला जिसे छत्तीसगढ़ का प्रयागराज एवं छत्तीसगढ़ का कुंभ कहा जाता है। यह तीन मुख्य पवित्र नदियों - पैरी, सोंढुर, महानदी के महासंगम पर भव्य धार्मिक मेला का आयोजन है। त्रिवेणी संगम के स्थान को पापों और आध्यात्मिक मुक्ति प्रदान करने वाला कहा गया है। कुंभ कल्प हर 12 वर्षों में एक ही बार मनाया जाता है। जो इसे श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष आयोजन बनाता है। लाखों करोड़ों लोगों का प्रार्थना, पूजा पाठ, पवित्र स्नान एवं आशीर्वाद का आप कल्पना कीजिए यह किसी दिव्यता से कुछ कम नहीं है।
भव्य सांस्कृतिक का उत्सव
आध्यात्म से परिपूर्ण राजिम का यह मेला छत्तीसगढ़ की संस्कृति का जीवंत उत्सव है। जहां पंडवानी , राउत नाचा , सुआ नृत्य , और अन्य पारंपरिक लोक नृत्यों से लेकर स्थानीय हस्तशिल्पों, कलाकारों एवं मिष्ठान व्यंजन तक यह मेला संवेदी आनंदमय है।
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