Dhoom Dhaam Movie Review: Yami Gautam and Pratik Gandhi's Romantic Comedy – A Hit or Miss?
By Just Real Info - फ़रवरी 14, 2025
बात करें अभी के दौर पर तो बॉलीवुड मूवी की कोई कमी नहीं है परंतु हर बार कोई ना कोई मूवी एक अनोखे अंदाज में दर्शन को देखने को मिलता है जो दर्शन को काफी प्रभावित करती है और आकर्षित भी करती है आज के इस मूवी रिव्यू में हम बात करने वाले हैं धूमधाम मूवी के बारे में जो यामी गौतम और प्रतीक गांधी नायक नायिका के रूप में कार्य किया ह
यह मूवी दर्शकों को हास्य और रोमांस का सही से मिश्रण दे पता है या वहीं बॉलीवुड की घी से पीट मूवी की तरह यह फार्मूला को दोबारा दोहराएगी आईए जानते हैं इस धूमधाम मूवी की पूरा मूवी रिव्यू
मूवी में कहानी रोमांस और एक मिस्तट्री तडका
धूमधाम मूवी का शुरुआत होता है फिल्म की नायक यामी गौतम और प्रतीक गांधी जिनका इस मूवी में नाम है कोयल और वीर के नाम के एक नवविवाहित जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है। दोनों की शादी बड़े ही धूमधाम से होती है, लेकिन उनकी सुहागरात को एक अजीब मोड़ मिल जाता है।
कैसा मोड़? उनके कमरे में अचानक दो गैंगस्टर घुस आते हैं और एक रहस्यमयी व्यक्ति "चार्ली" के बारे में पूछने लगते हैं। वीर और कोयल खुद इस नाम से अनजान होते हैं, लेकिन गैंगस्टर उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं। इसके बाद कहानी में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, जहां यह जोड़ा खुद को मुश्किलों में पाता है और उन्हें इससे निकलने के लिए समझदारी के साथ-साथ किस्मत का भी सहारा लेना पड़ता है।
अभिनय: यामी और प्रतीक की जोड़ी कैसी रही?
यामी गौतम हमेशा अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जानी जाती हैं। धूम धाम में भी वह आत्मनिर्भर, स्मार्ट और हाजिरजवाब लड़की के रूप में नजर आती हैं। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस शानदार है, और वे अपनी कॉमिक टाइमिंग से कई सीन में जान डाल देती हैं।
वहीं, प्रतीक गांधी जो इससे पहले स्कैम 1992 और कई अन्य फिल्मों में बेहतरीन अभिनय कर चुके हैं, इस फिल्म में एक सॉफ्ट और भोले-भाले पति की भूमिका निभा रहे हैं। उनका किरदार थोड़ा डरपोक जरूर है, लेकिन प्रतीक ने इसे अपनी मासूमियत और एक्सप्रेशन्स से दिलचस्प बना दिया है।
क्या दोनों की केमिस्ट्री जमी?
कह सकते हैं कि दोनों के बीच अच्छी ट्यूनिंग देखने को मिलती है, लेकिन कहीं-कहीं ऐसा भी लगता है कि कहानी उनके रोमांस को उतनी मजबूती से नहीं दिखा पाई, जितनी उम्मीद थी।
निर्देशन और पटकथा: क्या फिल्म बांध पाती है?
फिल्म का निर्देशन ऋषभ सेठ ने किया है। उन्होंने कहानी को रोमांस और कॉमेडी के संतुलन के साथ पेश करने की कोशिश की है। हालांकि, यह बैलेंस पूरी तरह से सही नहीं बैठा।
क्या फिल्म दिलचस्प बनी रहती है?
पहले हाफ में फिल्म मजेदार लगती है। शादी, परिवार और नए रिश्ते को लेकर हल्के-फुल्के मजाक और मस्ती के पल हैं, जो दर्शकों को हंसाते हैं। लेकिन जैसे ही फिल्म मिस्ट्री और एक्शन की तरफ बढ़ती है, कहानी थोड़ी बिखरने लगती है।
क्लाइमैक्स में ज्यादा दम नहीं है। ऐसा लगता है कि फिल्म तेजी से खत्म करने की कोशिश में कहानी को जल्दबाजी में समेट दिया गया। इससे दर्शकों को वह संतोषजनक अंत नहीं मिलता जिसकी वे उम्मीद कर रहे थे।
संगीत और सिनेमेटोग्राफी: फिल्म का लुक और फील
फिल्म का संगीत अच्छा है लेकिन कोई भी गाना ऐसा नहीं जो लंबे समय तक याद रह जाए। बैकग्राउंड स्कोर कहानी के साथ जाता है, लेकिन रोमांटिक और सस्पेंस वाले सीन्स में यह ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ता।
कैमरा वर्क और विजुअल्स
फिल्म की सिनेमेटोग्राफी अच्छी है। लोकेशन्स खूबसूरत हैं, खासकर वेन्यू जहां शादी का सीन फिल्माया गया है। कई जगहों पर कैमरा वर्क इंटरेस्टिंग है, खासकर चेज़ सीन के दौरान।
फिल्म की कमजोरियां: कहां रह गई कमी?
1. स्क्रिप्ट की गहराई की कमी – फिल्म में एक अनोखा प्लॉट था, लेकिन इसे और बेहतर लिखा जा सकता था। मिस्ट्री और रोमांस का मिश्रण दिलचस्प होने के बजाय कभी-कभी उलझा हुआ लगता है।
2. हास्य दृश्य थोड़े कमजोर – फिल्म को एक रोमांटिक कॉमेडी के रूप में प्रचारित किया गया, लेकिन कई कॉमेडी सीन्स ज़बरदस्ती डाले गए लगते हैं।
3. अंत थोड़ा निराशाजनक – क्लाइमैक्स में ज्यादा थ्रिल की उम्मीद थी, लेकिन यह बहुत जल्द खत्म हो जाता है, जिससे फिल्म का प्रभाव थोड़ा कम हो जाता है
अंतिम फैसला:
अगर आप हल्की-फुल्की रोमांटिक कॉमेडी देखना चाहते हैं, जिसमें कुछ मजेदार मोड़ हों, तो धूम धाम एक बार देखी जा सकती है। लेकिन अगर आप कुछ नया और थ्रिलिंग खोज रहे हैं, तो यह फिल्म आपको थोड़ा निराश कर सकती है
निष्कर्ष:
धूम धाम एक मनोरंजक लेकिन औसत फिल्म है। यामी गौतम और प्रतीक गांधी की परफॉर्मेंस अच्छी है, लेकिन कहानी और निर्देशन इसे एक बेहतरीन फिल्म बनने से रोकते हैं।
क्या आपने यह फिल्म देखी? आपको कैसी लगी? हमें कमेंट में बताएं
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